Breaking News

बलिया में बाढ़ और बारिश का कहर : जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय अनिश्चित काल के लिये बंद , कुलपति ढूंढ रहे है अस्थाई कार्यालय


बलिया में बाढ़ और बारिश का कहर :  जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय अनिश्चित काल के लिये बंद , कुलपति ढूंढ रहे है अस्थाई कार्यालय



बलिया 5 अक्टूबर 2019 ।। बलिया में बाढ़ और बारिश का कहर आज भी जन जीवन के साथ साथ प्रशासन और शैक्षणिक संस्थानों के लिये जहां मुसीबत बना हुआ था ही कि शनिवार को जन नायक चन्द्रशेखर विश्व विद्यालय भी बाढ़ के पानी मे डूबने के कारण अनिश्चित काल के लिये बन्द कर दिया गया है । इस विश्वविद्यालय के परिसर के कमरों में सुरहाताल के बाढ़ का पानी घुस गया है जिसके कारण कुलपति और अन्य कर्मियों को नाव के सहारे परिसर में जाना पड़ रहा है । यही नही कई दिनों से सड़क पर अपना कार्यालय चलाकर पानी घटने का इंतजार कर रहे कुलपति प्रो योगेंद्र सिंह का सब्र भी जबाब दे गया और उन्होंने विश्वविद्यालय को शनिवार को अनिश्चित काल के लिये बन्द करने का आदेश जारी कर दिये । साथ ही कहा कि अस्थाई कार्यालय चलाने के लिये भवन की तलाश हो रही है , उसके मिलने और कार्यालय व्यवस्थित होते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा ।
बलिया में बाढ़ और बारिश से ये है बेहाल
 एक तरफ गंगा तो दूसरी तरफ घाघरा की बाढ़ और कटान का दंश जनपद झेल ही रहा था कि 29 सितम्बर से लगातार 10 दिनों तक हुई बरसात ने क्या आम क्या खास सबको मुसीबत में डालकर जन जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है । जहां अभी भी दुबेछपरा का डिग्री और इंटर कालेज अभी भी बाढ़ के पानी मे डूबा हुआ है तो जन नायक चंद्रशेखर विश्व विद्यालय सुरहाताल की बाढ़ में डूब कर अनिश्चित काल के लिये बन्द हो गया । वही पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पानी लगने के कारण पुलिस अधीक्षक अपने कार्यालय नही जा पा रहे है । विगत चार दिनों से पुलिस ऑफिस और पुलिस लाइन में आधा दर्जन से अधिक पम्पिंगसेट लगाकर पानी को निकाला जा रहा है लेकिन आज भी स्थिति ज्यो की त्यों बनी हुई थी । मॉडल तहसील परिसर भी पानी से भरा हुआ है , यहां बाढ़ पीड़ितों में वितरित करने के लिये रखा आलू कमरे में पानी घुसने से सड़ गयी है । जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पानी से भरा हुआ है तो वही जेल में पानी घुसने से बलिया के सभी कैदियों को गैर जनपदों में भेजकर जेल को खाली करा दिया गया है । वही बलिया छपरा रेल प्रखंड पर रविवार और शुक्रवार दो दिन बाँसडीहरोड के पास रेलवे लाइन के ध्वस्त होने से रेल संचालन बाधित रहा ।
कुलपति प्रो योगेंद्र सिंह का बयान :