Breaking News

लखनऊ : कही आडवाणी की तरह साइड तो नही किये जा रहे है ओमप्रकाश राजभर ? अब तक इनको मिलने वाली सीटों का ऐलान न होना कर रहा है चुगली !

कही आडवाणी की तरह साइड तो नही किये जा रहे है ओमप्रकाश राजभर ? अब तक इनको मिलने वाली सीटों का ऐलान न होना कर रहा है चुगली !
मधुसूदन सिंह

लखनऊ 22 मार्च 2019 ।। यूपी की सरकार में रहकर भी गाहे बगाहे अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा करने वाले मंत्री ओमप्रकाश राजभर को भी लगता है कि भारतीय जनता पार्टी अपनी पार्टी के संस्थापक नेताओ में से एक लाल कृष्ण आडवाणी की तरह साइड लाइन करने की फिराक में तो नही है ? यह सवाल इस लिये महत्वपूर्ण हो जाता है कि भाजपा ने ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा से कम जनाधार रखने वाली अनुप्रिया पटेल की अपना दल (एस) को तो दो सीट देने में देर नही लगायी लेकिन वही अपने सहयोगी राजभर को अबतक एक सीट भी देने की घोषणा नही की है । कही श्री राजभर पीएम मोदी के उस नीति "दुश्मनो को चुनचुन कर और घर मे घुसकर "मारने की नीति के अगले शिकार तो नही होने वाले है ? वैसे श्री राजभर के लिये यह दुविधा पुत्र प्रेम के चलते भी बतायी जा रही है । श्री राजभर अपने पुत्र अरविंद राजभर को घोषी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाना चाह रहे है जबकि भाजपा इस सीट से अपने प्रत्याशी लड़ाना चाह रही है । भाजपा इसी दुविधा को दूर करने के लिये अरविंद राजभर को निगम का चेयरमैन बनाकर मंत्री का ओहदा दी है , इसके साथ ही अन्य 5 लोगो को सदस्य भी बनाया है । यह संकेत साफ है कि भाजपा अरविंद राजभर को चुनाव घोषी से लड़ाने के पक्ष में कत्तई नही दिखती है । पांच सीटों की मांग करने वाले श्री राजभर को अब तक एक सीट भी न मिलना और अपने वरिष्ठतम नेता का टिकट काटकर भाजपा ने स्पष्ट संदेश दे दिया है कि भाजपा को कोई भी सहयोगी मजबूर नही कर सकता है ।