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बलिया में गुरुवार से सजेगी शतरंज के जूनियर मास्टरों की बिसात, सनबीम स्कूल बलिया में सीबीएसई जोनल शतरंज चैंपियनशिप का हो रहा है आयोजन

बलिया में गुरुवार से सजेगी शतरंज के जूनियर मास्टरों की बिसात
सनबीम स्कूल बलिया में सीबीएसई जोनल शतरंज चैंपियनशिप का हो रहा है आयोजन
150 विद्यालय के 1200 खिलाड़ी 300 खेल प्रशिक्षक हो रहे है शामिल
सीबीएसई के 30 पर्यवेक्षकों की तीक्ष्ण और पैनी नजरो के साये में होगी प्रतियोगिता
मधुसूदन सिंह




बलिया 10 अक्टूबर 2018 ।।
 बलिया में पहली बार सीबीएसई के जूनियर शतरंज मास्टरों के लिये आयोजित जोनल शतरंज चैंपियनशिप में बिसात बिछने जा रही है । सीबीएसई द्वारा सन 2001 से संचालित होने वाली शतरंज की यह 18वी प्रतियोगिता का जोनल है जो पहली बार बलिया जनपद में हो रहा है । इस प्रतियोगिता की मेजबानी मिलने से जहां सनबीम स्कूल अगरसंडा बलिया परिवार रोमांचित है वही इस बात के लिये सतत प्रयत्नशील है कि प्रतियोगिता को सफल बनाया जाय, वही प्रतियोगिता में सहभाग किये हुए छात्र छात्राओं और आये हुए किसी भी मेहमान को कोई परेशानी न हो । यह बातें प्रेसवार्ता के दौरान विद्यालय के निदेशक डॉ कुंवर अरुण सिंह ने कही । डॉ सिंह ने यह भी कहा कि 11 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में जहां मेहमानों के बीच बलिया के मशहूर खान पान की चीजों को खाने में दिया जाएगा वही मेहमान बच्चों और प्रशिक्षकों को बलिया की ऐतिहासिक स्थानों की सैर कराकर बलिया की आबोहवा और संस्कृति से परिचित कराने का काम किया जाएगा । इस प्रतियोगिता का शुभारंभ 11 अक्टूबर गुरुवार को दिन में डेढ़ बजे आजमगढ़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री विजय भूषण के कर कमलों द्वारा होगा । वही इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में डीएचके एडुसर्व के निदेशक श्री हर्ष मधोक और क्वालिटी कंट्रोल रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑफ सनबीम ग्रुप की उप निदेशिका श्रीमती अनुभा सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी । वही 12 एवम 13 अक्टूबर को बिहार सरकार के प्रमुख सचिव मुख्य अतिथि के रूप में आकर खिलाड़ियों का हौसला अफजाई करेंगे । बता दे कि इस प्रतियोगिता में यूपी , बिहार और झारखंड के सीबीएसई से सम्बद्ध 150 विद्यालयों के 1200 बच्चे अपने 300 कोचों के साथ भाग ले रहे है । सीबीएसई ने श्री दीपक सहगल (वरिष्ठ उपाध्यक्ष , यूपी शतरंज एसोसिएशन) को चैंपियनशिप का चीफ आर्बिटर बनाया है । प्रेसवार्ता के दौरान आब्जर्वर संजय सिंह ने कहा कि शतरंज से बच्चों का बौद्धिक विकास अन्य बच्चों की अपेक्षा ज्यादे होता है । कहा कि चेस की एक चाल के बाद 998 संभावित चाले होती है , जो एक खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंदी की चाल के बाद सोचता है । श्री सिंह ने कहा कि दक्षिण भारत के तमिलनाडु , आंध्र प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यो ने शतरंज की महत्ता को समझकर अपने यहां पाठ्यक्रम में चेस को शामिल किया है जिसका परिणाम भी उनको मिलता है । आईएएस जैसी परीक्षाओं के सफल अभ्यर्थियों में शतरंज के प्रति रुझान ज्यादे देखने को मिलता है । श्री सिंह ने प्रेस के माध्यम से यूपी सरकार से चेस को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की । सनबीम स्कूल अगरसंडा के सचिव अरुण सिंह ने कहा कि खेल खिलाड़ियों में नैतिकता को बढ़ाता है । अगर बच्चों को खेल के प्रति आकर्षित किया जाय तो टीन एजर्स द्वारा किये जा रहे अपराधों पर जहां रोक लग सकती है वही बच्चे का बौद्धिक विकास तेजी से होगा । विद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष संजय पांडेय ने कहा कि मैं अपने अनुभव के आधार पर कह सकता हूँ कि खेल वो भी खासकर शतरंज से बच्चों का बौद्धिक विकास बहुत तेजी के साथ होता है । श्री पांडेय ने आश्वस्त किया कि प्रतियोगिता को उच्च मानकों के अनुरूप संचालित करने में सनबीम स्कूल कोई कोर कसर नही छोड़ेगा । विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती सीमा ने कहा कि जहां हमारा प्रयास बलिया से सैकड़ो किमी दूर से आये बच्चों को उच्च क्वालिटी की रहन सहन की व्यवस्था देना , प्रतियोगिता को निष्पक्ष रूप से संचालित कराना है वही बलिया के बच्चों को बाहर से आये विभिन्न बोलचाल और संस्कृति वाले बच्चों के साथ मिलाकर उनके अंदर प्रतियोगिता में जीत की तीव्र ललक पैदा कराना है । 4 दिनों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता के द्वारा बलिया के छात्रों में जीत के लिये आत्मविश्वास भरना है । पिछले टूर्नामेंट में जो जमशेदपुर में खेला गया था , हमारे बच्चों ने तीसरा स्थान पाया था । इस बार भी हमारी तैयारी अच्छी है , हमे उम्मीद है कि हम अपनी रैंकिंग इस बार और सुधारेंगे ।

चेस ही ऐसा खेल जिसके 16 वी शताब्दी से अबतक के रिकार्ड मौजूद --संजय सिंह
 बलिया 10 अक्टूबर 2018 ।।
  बलिया के सनबीम स्कूल अगरसंडा में आयोजित हो रही 18 वी सीबीएसई जोनल शतरंज प्रतियोगिता  के आब्जर्बर संजय सिंह ने कहा कि दुनिया मे शतरंज ही एक ऐसा खेल है जिसके बड़े मैचों के रिकार्ड 16 वी शताब्दी से उपलब्ध है । वही दुनिया मे शतरंज ही ऐसा खेल है जिसके ऊपर सबसे ज्यादे किताबे (अन्य किसी भी विषय से) छपती है । श्री सिंह ने कहा कि सनबीम ग्रुप एक शिक्षा के क्षेत्र में एकलौता ग्रुप है जो अपने खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर वार्षिक प्राप्तांक में बोनस अंक जोड़ता है । बोनस अंक मिलने से बच्चों में खेल के प्रति ललक और बढ़ती है । श्री सिंह ने आशा व्यक्त किया कि इस टूर्नामेंट के सफल आयोजन के बाद, आगामी वर्षो में सनबीम स्कूल अगरसंडा नेशनल प्रतियोगिता का भी आयोजन करेगा ।



 दुल्हन की तरह सज रहा है सनबीम स्कूल अगरसंडा
बलिया 10 अक्टूबर 2018 ।।






    गुरुवार 11 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक होने वाली सीबीएसई जोनल चेस चैंपियनशिप के लिये सनबीम स्कूल अगरसंडा को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है । जहाँ बाहर स्वागत के लिये जोनल चैंपियनशिप के लोगो वाला गेट लगाया जा रहा है तो अंदर विशाल पंडाल को सजाकर कल की ओपनिंग सेरेमनी को यादगार बनाने का प्रयास किया जा रहा । सभी खिलाड़ियों एवम प्रशिक्षकों को विद्यालय में रुकने और खाने की व्यवस्था की गयी है । चेस के लिये दो कोर्ट बनाये गये है जो लड़को और लड़कियों के लिये अलग अलग है । विद्यालय के प्रबंध समिति के अध्यक्ष , सचिव से लगायत निदेशक , प्रिंसिपल , अध्यापक सभी आयोजन को भव्यतम स्वरूप देने के लिये दिन रात एक किये हुए है ।