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नेतागिरी में लगता है मन , तो तैयार रहिये यूपी सरकार शीघ्र खोलने जा रही नेतागिरी की पढ़ाई कराने वाला इंस्टिट्यूट , कैबिनेट ने किया फैसला

अब नेता पढ़ेंगे सियासत का पाठ, यहां खुलेगा देश का पहला पॉलिटिकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट

लखनऊ 11 अक्टूबर 2018 ।।
देश मे राजनेताओ की योग्यता को लेकर बार बार सवाल उठाया जाता रहा है कि बिना किसी योग्यता के अमुक
नेता कैसे शीर्ष पर पहुंच गया या लोगो की अगुवाई कर
 रहा है ?इन सवालों को यूपी की योगी सरकार ने गंभीरता
 से लेते हुए भारतीय राजनीति में भी ट्रेंड और योग्य नेता
आये इसके लिये नेतागिरी टेनिंग इंस्टिट्यूट खोलने का
निर्णय किया है । इस निर्णय का विपक्ष द्वारा विरोध भी
हो रहा है लेकिन योगी सरकार इसके लिये तो बधाई की
पात्र है ही कि इसने कम से कम नेताओ की योग्यता
 निर्धारण करने के लिये इंस्टिट्यूट तो खोलने का साहस
 किया जिसमें प्रवेश के लिये कम से कम कुछ योग्यता
तो निर्धारित की जाएगी ।देश की सियासत में सत्ता का
 रास्ता कहे जाने वाला उत्तर प्रदेश अब नेताओं को
राजनीति का 'क ख ग'  सिखाएगा । इसके लिए योगी सरकार गाजियाबाद में देश का पहला पॉलिटिकल
ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट खोलने जा रही है. बुधवार को योगी
सरकार की कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे
दी गई ।

योगी सरकार ने देश के पहले सियासी स्कूल को बनाने
के लिए पहली किश्त के तौर पर 198 करोड़ रुपये की 
मंजूरी दी है. इसे दो साल में तैयार किया जायेगा. इतना
 ही नहीं पॉलिटिकल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के लिए कोर्स और
 फैकल्टी डिसाइड करने के लिए एक समिति का गठन 
भी किया गया है. यह समिति इस ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के 
पाठ्यक्रम की रूपरेखा तय करेगी ।

‘टैक्सपेयर पैसा बर्बाद कर रही है सरकार’

वहीं सरकार के इस फैसले पर विपक्ष सवाल उठा
 रहा है । समाजवादी पार्टी का कहना है कि सरकार 
सबसे पहले विश्वविदयालयों में छात्र-संघ का चुनाव
 कराए । क्योंकि यूनिवर्सिटी का छात्र संघ चुनाव नेताओं
 के लिए नर्सरी है । इस देश में जितने भी बड़े नेता हुए 
उन्होंने किसी भी ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट से प्रशिक्षण नहीं लिया ।
 नेता छात्रों की राजनीति से आते हैं. सपा ने कहा कि 
जनता के बीच उनके समस्यों के साथ संघर्ष कर नेता
 बनते हैं । सरकार टैक्सपेयर के पैसों को बर्बाद 
कर रही है ।

‘संघ की विचारधारा थोप रही है सरकार’

उधर योगी सरकार का मानना है कि इससे राजनीति में ऐसे नेताओं की एंट्री होगी जिन्हें सियासत का नहीं मतलब पता होगा । हालांकि कांग्रेस इसे संघ की विचारधारा थोपने का आरोप लगा रही है. कांग्रेस का कहना है कि सरकार इस ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के जरिए आरएएस की विचारधारा को आगे बढ़ाने का काम करेगी. नेता बनने के लिए ऐसे किसी भी ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट की जरूरत नहीं है ।