पीएम मोदी की नायाब योजना : गांव के गरीबो को घर देने के लिये बनेगी गांवो में बहुमंजिली इमारते
गांव के गरीबों को आवास मुहैया कराने के लिए पीएम मोदी की नायाब योजना
मधुसूदन सिंह
नईदिल्ली 2 सितम्बर 2018 ।।
गांव के गरीबों को आवास मुहैया कराने के लिए सरकार अब एक नायाब तरीका अपनाने जा रही है। जिन गांवों में गरीबों के आवास बनाने के लिए जमीन की उपलब्धता कम है, वहां पर बहुमंजिला आवासीय इमारतें बनाई जा सकती हैं।
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हाल में हुई एक शीर्ष स्तरीय बैठक में ढांचागत क्षेत्रों के प्रदर्शन का जायजा लिया गया। इस बैठक में प्रधानमंत्री कार्यालय सहित कई मंत्रालयों के सचिव मौजूद रहे। इसी बैठक में ग्रामीण विकास मंत्रालय को गांव के गरीबों के लिए बहुमंजिला आवास परिसर बनाने की संभावनाएं तलाशने को कहा गया।
सूत्रों ने कहा कि जिन इलाकों में जमीन की उपलब्धता कम है वहां मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाने का विकल्प तलाशा जाएगा। मंत्रालय को इस साल दिसंबर तक इस बारे में विचार करना है। सूत्रों ने कहा कि इन बहुमंजिला आवास परिसरों में सोलर पैनल से लेकर बारिश के पानी को सहेजने तक की सुविधा होगी। इसके लिए उन सभी संस्थाओं के साथ विचार विमर्श किया जाएगा जो आवास के लिए इमारतें बनाने का काम कर रही हैं।
मधुसूदन सिंह
नईदिल्ली 2 सितम्बर 2018 ।।
गांव के गरीबों को आवास मुहैया कराने के लिए सरकार अब एक नायाब तरीका अपनाने जा रही है। जिन गांवों में गरीबों के आवास बनाने के लिए जमीन की उपलब्धता कम है, वहां पर बहुमंजिला आवासीय इमारतें बनाई जा सकती हैं।
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हाल में हुई एक शीर्ष स्तरीय बैठक में ढांचागत क्षेत्रों के प्रदर्शन का जायजा लिया गया। इस बैठक में प्रधानमंत्री कार्यालय सहित कई मंत्रालयों के सचिव मौजूद रहे। इसी बैठक में ग्रामीण विकास मंत्रालय को गांव के गरीबों के लिए बहुमंजिला आवास परिसर बनाने की संभावनाएं तलाशने को कहा गया।
सूत्रों ने कहा कि जिन इलाकों में जमीन की उपलब्धता कम है वहां मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाने का विकल्प तलाशा जाएगा। मंत्रालय को इस साल दिसंबर तक इस बारे में विचार करना है। सूत्रों ने कहा कि इन बहुमंजिला आवास परिसरों में सोलर पैनल से लेकर बारिश के पानी को सहेजने तक की सुविधा होगी। इसके लिए उन सभी संस्थाओं के साथ विचार विमर्श किया जाएगा जो आवास के लिए इमारतें बनाने का काम कर रही हैं।