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बलिया में सीओ रसड़ा के इंसाफ और फरमान से पीड़िता की सरेराह हुई पिटाई


      लखनऊ से न्याय की आश में नगरा पहुंची पीड़िता को क्या पता था कि जिनसे न्याय की उम्मीद पिछले छह माह से पाली थी , उस अधिकारी की मेहरबानी से जब न्याय मिलेगा तो वह न्याय सरेआम पिटाई और
हवालात की सैर भी करा देगा । पीड़िता को
जिले के आला अधिकारियों से लेकर सीएम योगी के दरबार मे दो बार अर्ज करने के बाद आज सीओ रसड़ा ने जो इंसाफ किया वह जिंदगी भर नही भूल पायेगी । बता दे कि लखनऊ से चलकर बलिया आई गुंजन सिंह की शादी नगरा थाना क्षेत्र के चचयां गाँव निवासी विमल सिंह से प्रेम होने के बाद कोर्ट मैरिज हुई है। शादी के कुछ दिन बाद ही विमल अपनी पत्नी गुंजन को लखनऊ में छोड़कर अपने गाँव आ गया।
गुंजन सिंह किसी तरह अपने पति विमल के गांव का पता लगाकर नगरा थाना पहुची और अपना फरियाद सुनाई।
गुंजन की बातों को संज्ञान में लेकर नगरा एसओ विमल के घर पहुचे।काफी बात विचार हुआ पर विमल हाथ नही लगा ।co रसड़ा के कहने पर की गुंजन आप लखनऊ जाओ और 10 दिन बाद आना।थक हार कर गुंजन फिर लखनऊ चली गई।लगातार अपने पति से मिलने की उम्मीद में यह युवती बार बार लखनऊ से बलिया के नगरा थाने का चक्कर लगा रही थी।6माह से सीओ  रसड़ा इनको उम्मीद देते रहे।
 आज co रसड़ा की मौजूदगी में गुंजन को न्याय मिलना था। co रसड़ा भी आये और लड़का लड़की को बंद कमरे में बैठाए भी और जब दोनों को बाहर किया तो अजीबो गरीब बकया देखने को मिला ।कैसा इंसाफ मिला  co रसड़ा की मौजूदगी में आप लोग भी इन वीडियो को देखे ।कैसा इंसाफ मिला है इस फरियादी महिला को ?क्या अपने पति से मिलने की उम्मीद से आई इस महिला को  co रसड़ा का यही इंसाफ है।लखनऊ से आई इस फरियादी महिला की दोस्त को भी पीटा गया और उनके साथ  बत्तमीजी भी हुई ।
जरा ध्यान से सुने इन युवतियों के बयान को  किस तरह co रसड़ा को कसूरवार बता रही है । इनका साफ कहना है कि जब बन्द कमरे में सुलह नही हुई तो दोनों को एक साथ थाने से बाहर जाने का सीओ रसड़ा का आदेश देना कही न्याय की आशा में बलिया आई गुंजन को पिटवाने की साजिश तो नही थी ? गेट के बाहर एकाएक मारपीट हो जाने से थाने की पूरी फोर्स बाहर आकर मारपीट को रोकी और गुंजन सिंह , विमल सिंह और भोला सिंह को पकड़ कर थाने लायी और 151 में चालान किया । सीओ रसड़ा का यह इंसाफ आज चर्चा का विषय बन गया है । कारण कि अभी एक सप्ताह से भी कम समय हुआ है रसड़ा में किराये की मकान में चाय लिट्टी की दुकान चलाने वाले गरीब गुप्ता परिवार को दबंग मकान मालिक ने रात में जबरिया करकट गिराकर मारने के लिये दौड़ाए जाने की घटना हुई थी जिसमे यूपी 100 की टीम बचाई थी , उस परिवार को भी सीओ साहब ने आज की तरह ही इंसाफ दिया था और दबंगई करने वालो के साथ 151 मे जेल भेजवा दिया था जबकि गरीब ने अपने ऊपर प्राणघातक हमले और घर गिराये जाने की तहरीर भी दी थी ।

नगरा में मीडिया कर्मियों के साथ भी किये दुर्व्यवहार

घटना की जानकारी होने पर नगरा थाना परिसर में पहुंचे मीडिया कर्मियों को सीओ रसड़ा ने व्यक्तिगत मामला कहकर बाहर जाने का फरमान सुना दिया । जब इनके फैसले के बाद बाहर मारपीट हो गयी तो , इनसे कहा गया अब तो यह सार्वजनिक हो गया और आपके निर्णय के बाद हुआ तो जो करना है कर लीजिये कहकर गाड़ी में बैठे और बाहर चले गये । इनके गलत निर्णय के कारण थाने की एक मात्र महिला पुलिस से जब महिलाये संभल नही पायी जा रही थी तो पुरुष सिपाहियों को स्थिति सामान्य करने के लिये मारपीट कर रही महिलाओं को मजबूरन पकड़ना पड़ा ।
   
मारपीट की घटना और पीड़िता गुंजन सिंह की बहन और सहेलियों के बयान की वीडियो देखिये और खुद इंसाफ का इंसाफ कीजिये ------