त्रिपुरा में लीचिंग अफवाह में भीड़ ने ली अलग अलग स्थानों पर तीन की जान
त्रिपुरा: तीन लोगों की लिंचिंग, अफवाहों के खिलाफ मुहिम चला रहे शख्स की भी भीड़ ने ली जान

त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में शुक्रवार को बच्चा चोर होने के संदेह में भीड़ ने तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी. मृतकों में से एक त्रिपुरा सूचना एवं संस्कृति विभाग का सदस्य था, जिन्हें सरकार ने अफवाहों के खिलाफ लोगों को जागरूक करने की जिम्मेदारी सौंपी थी. वह राज्य में अफवाहों के खिलाफ अभियान चला रहे थे.
सहायक पुलिस महानिरीक्षक स्मृति रंजन दास ने बताया कि दक्षिण त्रिपुरा जिले के कलाछारा में बच्चा-चोर होने के संदेह में भीड़ ने सुकांत चक्रवर्ती की पीट-पीटकर हत्या कर दी. पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि चक्रवर्ती पर उस समय हमला किया गया जब उनकी टीम सबरूम से लौट रही थी.
रंजन दास ने बताया कि लोगों की पीट-पीटकर हत्या के मामले में 12 लोगों को गिरफ्तारी हो चुकी है.
वहीं राज्य में एक ही दिन में तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या होने के बाद सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी माकपा तथा कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव और कानून मंत्री रतनलाल नाथ ने इन घटनाओं के लिए माकपा को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि लेफ्ट और कांग्रेस ने इसके लिए राज्य के कानून मंत्री को जिम्मेदार ठहराया.
दरअसल बुधवार को पश्चिम त्रिपुरा जिले के मोहनपुर सबडिविजन की कॉलोनी में 11 वर्षीय लड़के का शव मिला था. उसके गले और पीठ पर गहरी चोट के निशान थे. कांग्रेस का आरोप है कि रतनलाल नाथ ने बयान दिया था कि बच्चे के गुर्दे निकाल लिए गए हैं.
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष तपस डे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि बच्चे के अंग निकालने की नाथ की आधारहीन टिप्पणी से भीड़ उत्तेजित हुई और वह इन मौतों के लिए जिम्मेदार हैं. डे ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में नाथ को यह कहते देखा जा सकता है कि लड़के के शरीर पर घाव से लगता है कि उसके गुर्दे निकाल लिए गए हैं.
हालांकि मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बताया था कि लड़के के शव में से कोई अंग नहीं निकाला गया है.
माकपा प्रवक्ता गौतम दास ने नाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि एक मंत्री कैसे बिना पुष्टि के ऐसे दावे कर सकता है? उन्हें इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए.
वहीं मुख्यमंत्री देब ने कहा कि माकपा सरकार की छवि को खराब करने की साजिश रच रही है. इस संबंध में गिरफ्तार किए गए कई लोग माकपा के कार्यकर्ता हैं.
बता दें कि सूचना एवं संस्कृति विभाग के सदस्य के अलावा सिपाहीजाला जिला के बिशालगढ़ में एक अज्ञात महिला की उस समय पीट-पीट कर हत्या कर दी गई, जब वह चार लोगों के साथ एक वाहन में जा रही थी. इस घटना में एक व्यक्ति घायल हुआ था.
मारपीट की तीसरी घटना पश्चिम त्रिपुरा के मुराबारी इलाके की है, जहां बच्चा चोर होने के संदेह में उत्तर प्रदेश के एक रेहड़ी वाले की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. इस घटना में दो व्यक्ति घायल हो गए.
अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए पूरे राज्य में 48 घंटे के लिए एसएमएस और इंटरनेट सेवा पर रोक लगाई गई है ।
त्रिपुरा में लीचिंग अफवाह में भीड़ ने ली अलग अलग स्थानों पर तीन की जान
Reviewed by बलिया एक्सप्रेस
on
June 30, 2018
Rating: 5
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