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सिकंदरपुर बलिया : खरीद दरौली पुल का हुआ शिलान्यास , क्षेत्रीय लोगो ने जताई खुशी



खरीद दरौली पुल का हुआ शिलान्यास , क्षेत्रीय लोगो ने जताई खुशी
संतोष शर्मा
सिकंदरपुर(बलिया)18मार्च 2019 ।।क्षेत्र के खरीद (यू.पी.)तथा दरौली(बिहार) घाटों के मध्य घाघरा नदी पर स्वीकृत पक्का पुल का निर्माण कार्य सोमवार से शुरू हो गया।निर्माण कार्य का शुभरम्भ सेतु निगम बलिया के सहायक अभियंता आर.एन. सिंह एवं अवर अभियंता सी .पी.सिंह द्वारा विधिवत भूमिपूजन के साथ हुआ। भूमिपूजन प0 केशव शुक्ल  ने विधिवत वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कराया।यह भूमिपूजन  बिहार प्रान्त  के गिरनारी घाट के समीप हुआ। जिसमें पुल के ठेकेदार रणजीत कुमार भी शामिल रहे।पुल  का निर्माण कार्य शुरू हो जाने से न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि बिहार के  लोगो में काफी प्रसन्नता है।
इस सेतु  के निर्माण  हेतु शासन द्वारा कुल डेढ़ अरब रुपया से ज्यादा धन स्वीकृत किया गया है जिसमें से करीब 17 करोड़ रुपया उपलब्ध हो गया है।इसमें सेतु का अंश एक अरब 14 करोड़ रुपया से ज्यादा है।इस धन से बिहार अउर उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाला बलिया  जनपद के सबसे बड़े  एक हजार 330 मीटर लम्बे पक्का पुल का निर्माण होगा। जिसके लिए कुल 26 खम्भे निर्मित होंगे।खम्भों की गहराई सतह  से 52 मीटर होगी  ।सेतु के निर्माण हेतु मित्तल ब्रदर्स एवं प्रिज्म को ठेका मिला है।इस अवसर पर सेतु निगम कर्मचारी संघ बलिया के अध्यक्ष इन्दरमल, अरुण शुक्ल,सुरेन्द्र गुप्त,तुलसी राम आदि मौजूद रहे।
--इस मौका पर सेतु निगम बलिया के ए. ई.आर. एन.सिंह ने बताया कि  पुल के निर्माण का लक्ष्य तीन वर्ष रखा गया है।यदि धन उपलब्ध होता रहेगा तो निर्माण का के समय से पूरा हो जाएगा।
इस पुल के बन जाने से दो प्रान्तों के सामाजिक संबंधों में भी आएगी प्रगाढ़ता
सिकंदरपुर(बलिया)18मार्च 2019 ।।तहसील क्षेत्र के खरीद एवं दरौली घाटों के मध्य घाघरा नदी पर पक्का पुल के निर्माण से जहां उत्तर प्रदेश एवं बिहार के लोगों को एक दूसरे प्रान्त में आवागमन की बेहतर सुविधा मिल जाएगी।साथ ही नदी पार करने के लिए अब तक  सहारा बने नाव एवं पीपा पुल के झंझट से उन्हें मुक्ति मिल जाएगी।वहीं दोनों प्रान्तों के लोगों में सामाजिक सम्बन्ध प्रगाढ़ होंगे ।शादी विवाह में बढोत्तरी होगी।साथ ही रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे और  ब्यापरिक कार्य बढ़ जाएंगे।जो लोगों की आर्थिक सुदृढ़ता में सहायक होंगे ।
यही नहीं पक्का पुल के चलते बिहार के पश्चिमोत्तर भागों सहित नेपाल ,असम एवं पूर्वोत्तर के अनेक राज्यों की बलिया से दूरी काफी कम हो जाएगी।