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बलिया में हुआ कमाल : मिशन इंद्रधनुष 2.0 का प्रथम चरण का टीकाकरण हुआ शत-प्रतिशत

बलिया में हुआ कमाल : मिशन इंद्रधनुष 2.0 का प्रथम चरण का टीकाकरण हुआ शत-प्रतिशत 

बलिया, 19 दिसंबर 2019 ।। अन्य कार्यक्रमों में प्रदेश में सबसे निचली पायदान पर बलिया को सुशोभित कराने वाले स्वास्थ्य विभाग ने मिशन इंद्रधनुष 2.0 में तो कमाल ही कर दिया है । विभाग ने प्रथम चरण के इस अभियान में शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल किया है ।
 बता दे कि जिले में 02 से 12 दिसंबर तक सघन मिशन इंद्रधनुष 2.0 अभियान का प्रथम चरण चलाया गया। इसमें स्वास्थ्य विभाग की ओर से 100 प्रतिशत बच्चों और गर्भवती महिलाओं का 114 प्रतिशत टीकाकरण किया गया। यह जानकारी जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ ए के मिश्रा ने दी। उन्होने बताया कि सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान में दो तरह के बच्चो को शामिल किया गया था। पहला लेफ्ट आउट - जिन बच्चों को एक भी टीका नहीं लगा है‌। दूसरा ड्राप आउट - ऐसे बच्चे जिन्होंने एक या दो टीके लगवाने के बाद बीच में अन्य टीके नहीं लगवाये। नवजात शिशुओं और बच्चों में होने वाली जानलेवा बीमारियों जैसे- पोलियो, खसरा-रूबेला, रोटा वायरस, डिप्थीरिया, टिटनेस, काली खांसी आदि से बचाने के लिए संपूर्ण टीकाकरण बेहद जरूरी है। सरकार नवजात शिशुओं और बच्चों को इन बीमारियों से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। यदि बच्चों का टीकाकरण समय से कराते हैं तो बच्चे जीवन भर स्वस्थ और खुशहाल रहेंगे।
             डॉ एके मिश्रा ने बताया कि इंद्रधनुष के सात रंगों को प्रदर्शित करने वाले इस मिशन का उद्देश्य है कि वर्ष 2020 तक सभी बच्चों का टीकाकरण करना है जिन्हें टीके नहीं लगे हैं। इस अभियान का दूसरा चरण छह जनवरी से 16 जनवरी, तीसरा तीन फरवरी से 12 फरवरी, और चौथा दो मार्च से 16 मार्च में चलाया जाएगा। यह अभियान जिले के नगरीय इलाकों, मुरली छपरा, हनुमानगंज, बांसडीह, रसड़ा ब्लॉक में चलाया जा रहा है।
             अभियान में ईट- भट्ठों और निर्माण साइटों पर रहने वाले परिवारों के टीकाकरण पर जोर दिया गया। क्योंकि इन दोनों स्थानों पर रहने वाले परिवार एक से दूसरे जगह स्थानांतरित करते रहते हैं। इसलिए सामान्य अभियान के दौरान इनके छूटे जाने की आशंका बनी रहती है। टीकाकरण न होने वाले या फिर आंशिक टीकाकरण वाले बच्चों को अभियान के तहत ग्यारह तरह की बीमारियों से बचाने वाले टीके लगाए गए ।